आईआईटी देश का सबसे सर्वश्रेष्ठ संस्थान माना जाता है. इसके लिए अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होने वाली ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम Joint Entrance Exam (जेईई JEE) होता है. इसके अलावा बहुत से प्राइवेट संस्थान भी हैं जहां से इंजीनियरिंग में प्रवेश दिया जा सकता है.
इंजीनियर बनने की चाह है तो यहॉं है राह - इंजीनियरिंग कोर्स, जरूरी योग्यता, प्रवेश परीक्षा, आईआईटी संस्थान की जानकारी
पीसीएम विषय(भौतिकी, रसायन शास्त्र एवं गणित) से 12वीं करने वाले ज्यादातर विद्यार्थियों के लिए कॅरियर के लिहाज से पहली प्राथमिकता इंजीनियर बनने की होती है. आज भी युवाओं के पास कॅरियर के हजारों आॅप्शंस क्यों न खुल गये हों, लेकिन अधिकतर युवाओं में इंजीनियर बनने की चाहत जरूर होती है. आज के बदलते परिवेश में जिस तीव्र गति से तकनीक का विकास हो रहा है उस दिशा में इंजीनियरों की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
वर्तमान सरकार के द्वारा नोटबंदी के बाद डिजिटल इंडिया की चर्चा जोरों पर हैं. अलग—अलग आंकड़ों से यह साबित भी हो गया है कि इंजीनियर की जरूरत 200—300 प्रतिशत तक बढ़ी है. जो विद्यार्थी 12वीं के बाद इंजीनियरिंग क्षेत्र को चुनना चाहते हैं उन विद्यार्थियों का विज्ञान एवं गणित विषय मजबूत होना आवश्यक होगा.
पीसीएम विषय(भौतिकी, रसायन शास्त्र एवं गणित) से 12वीं करने वाले ज्यादातर विद्यार्थियों के लिए कॅरियर के लिहाज से पहली प्राथमिकता इंजीनियर बनने की होती है. आज भी युवाओं के पास कॅरियर के हजारों आॅप्शंस क्यों न खुल गये हों, लेकिन अधिकतर युवाओं में इंजीनियर बनने की चाहत जरूर होती है. आज के बदलते परिवेश में जिस तीव्र गति से तकनीक का विकास हो रहा है उस दिशा में इंजीनियरों की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.

वर्तमान सरकार के द्वारा नोटबंदी के बाद डिजिटल इंडिया की चर्चा जोरों पर हैं. अलग—अलग आंकड़ों से यह साबित भी हो गया है कि इंजीनियर की जरूरत 200—300 प्रतिशत तक बढ़ी है. जो विद्यार्थी 12वीं के बाद इंजीनियरिंग क्षेत्र को चुनना चाहते हैं उन विद्यार्थियों का विज्ञान एवं गणित विषय मजबूत होना आवश्यक होगा.
इंजीनियरिंग कोर्स
इंजीनियरिंग में 2 तरह की डिग्री बैचलर आॅफ इंजीनियरिंग (बीटेक) होती है. कुछ कॉलेज बीई की डिग्री देते हैं तो कुछ कॉलेज बीटेक की. बीई/बीटेक की डिग्री कुल 04 वर्ष का होता है, जिसमें 8 सेमेस्टर होते हैं. देश में 40 से अधिक ब्रांचों में इंजीनियरिंग के कोर्स कराएं जाते हैं.
जरूरी योग्यता
इंजीनियरिंग के बीई/बीटेक में प्रवेश लेने के लिए अच्छे अंको के साथ भौतिकी, रसायन शास्त्र एवं गणित से 12वीं पास पास होना जरूरी होगा. 12वीं परीक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थी भी इस परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं. एचएमआरडी (मानव संसाधन विकास विभाग) की ओर से जारी निर्देश के अनुसार जेईई, रैंक के आधार पर 2017 से आईआईटी (), एनआईटी (), आईआईआईटी() के समेत और अन्य सीएफटीआई() में प्रवेश के लिए अनारक्षित वर्ग के छात्र—छात्राओं के पास 12वीं में 75 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य होगा. वहीं एससी एवं एसटी वर्ग के छात्र—छात्राओं के लिए न्यूनतम 65 प्रतिशत अंक निर्धारित किया गया है.
राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले एंट्रेंस एग्जाम
इंजीनियरिंग के कोर्स में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सबसे श्रेष्ठ परीक्षा सीबीएसई की ओर से आयोजित होने वाली एआईईईई () अब ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन () के नाम से आयोजित होती है, जिसके रैंक के आधार देश के आईआईटी और एनआईटी कॉलेजों में प्रवेश मिलते हैं. जेईई परीक्षा प्राय: अप्रैल एवं मई माह में आयोजित की जाती है.
प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा
जेईई(ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम) से प्रवेश — जेईई(ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम) अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होने वाली इंजीनियरिंग की सबसे प्रमुख परीक्षाओं में से एक है. आईआईटी, एनआईटी और केंद्र से वित्तीय सहायता प्राप्त देश के प्रतिष्ठित टेक्निकल संस्थानों और कुछ राज्यों की वित्तपोषित संस्थानों में इंजीनियरिंग के बीई या बीटेक में प्रवेश के लिए जेईई का आयोजन किया जाता है, जेईई दो तरह के परीक्षा जेईई (मेंस) और जेईई (एडवांस) होते हैं. सबसे पहले जेईई मेंस होता है. इसके शीर्ष रैंकिंग में आने वाले छात्रों को जेइ्रई (एडवांस) में शामिल होने का मौका मिलता है. जेईई (एडवांस) में शीर्ष रैंकिंग प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को आईआईटी के कॉलेजों में इंजीनियरिंग के बीई या बीटेक में प्रवेश मिलता है. प्रत्येक वर्ष जेईई (एडवांस) परीक्षा से आईआईटी में 10,572 विद्यार्थी का सेलेक्शन होता है.
आईआईटी में इंंजीनियरिंग के ब्रांच
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Electrical Engineering), मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering), सिविल इंजीनियरिंग (Civil Engineering), कैमिकल इंजीनियरिंग (Chemical Engineering), इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन (Electronics & Communication), एयरोस्पस इंजीनियरिंग(Aerospace Engineering)
एनआईटी कॉलेज में प्रवेश की परीक्षा
जो विद्यार्थी जेईई (एडवांस) JEE (Advance) क्रैक नहीं कर पाते, उन विद्यार्थियों को जेईई (मेंस) JEE (Mains) स्कोर के आधार पर एनआईटी NIT(नेशनल इंस्टीट्युट आॅफ टेक्नोलॉजी National Institute of Technology) के संस्थानों में प्रवेश मिलता है. एनआईटी के कॉलेजों में प्रवेश हेतु प्रत्येक वर्ष 18,013 विद्यार्थियों का सेलेक्शन किया जाता है.
राज्य स्तर पर होने वाले एंट्रेंस एग्जाम
राज्य स्तर पर यूपीएसईई(UPSEE)—उत्तर प्रदेश, बीसीईसीई(BCECE)—बिहार, सीईटी(CET)—कर्नाटक, एमपी—बंगाल, सीईईटी(CEET)—हरियाणा, आरपीईटी(RPET)—राजस्थान और कई अन्य राज्य इंजीनियरिंग में दाखिला के लिए अलग से राष्ट्रीय स्तर/ विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षा का आयोजन करते हैं—
आईसीएआर एआईईईईए (ICAR AIEEEA)
इंडियन काउंसिल आॅफ एग्रीकल्चरल रिसर्च (ICAR Indian Council of Agricultural Research) एआईईईए— (IEEEA आॅल इंडिया एंट्रेस एग्जामिनेशन फॉर एडमिशन All India Entrance Examination) एग्जाम का आयोजन करता है. यह परीक्षा इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर एवं अन्य क्षेत्र के अंडर ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट में दाखिला के लिए आयोजित की जाती है.
बीआईटीएसएटी (BITSAT)
बिरला इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (Birla Institute of Technology and Science), पिलानी यूनिवर्सिटी लेवल का एंट्रेंस टेस्ट (Birla Institute of Technology & Science Admission Test बिरला इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस एडमिशन टेस्ट) आयोजित करता है. इसके द्वारा इंजीनियरिंग के बीई या बीटेक में प्रवेश मिलता है.
आईआईटी के कुछ प्रमुख संस्थान
- इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर
- इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
- इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी, कानपुर
- इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी, चेन्नई
- इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ साइंस, बेंग्लुरू
- इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी, रूड़की
- इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी, मुंबई
- इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी, वाराणसी
आईआईटी देश का सबसे सर्वश्रेष्ठ संस्थान माना जाता है. इसके लिए अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होने वाली ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम Joint Entrance Exam (जेईई JEE) होता है. इसके अलावा बहुत से प्राइवेट संस्थान भी हैं जहां से इंजीनियरिंग में प्रवेश दिया जा सकता है.
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